Eye Flu Treatment: आई फ्लू 24 घंटे में हो जाएगा ठीक, घर में रखी इन 3 चीजों से धो लें आंखें, आयुर्वेद चिकित्सक ने बताए नुस्खे
Eye Flu Treatment
हेलो दोस्तों आज के इस पोस्ट में आप सभी का स्वागत है। दोस्तों आज के पोस्ट में हम आपको अभी के टाइम में फैल रही नई बीमारी के बारे में जानकारी देगे। बारिश के इस मौसम के बीच इन दिनों आई फ्लू का रिस्क तेजी से बढ़ रहा है। देश के लगभग सभी राज्यों से आई फ्लू के मरीज सामने आ रहे हैं। एकदम से आई फ्लू के बढ़ते किसी से लोगों में डर पैदा हो रहा है। ऐसे में आज हम आपको बताएँगे कि आई फ्लू क्या है, यह कैसे होता है और इससे बचने के लिए उपाय क्या हैं इन सभी जानकारी जानने के लिए हमारे द्वारा दिए गए इस पोस्ट को अंत तक जरुर पढें|
आई फ्लू एक तरह का आँखों का इन्फेक्शन है। इसे कंजेक्टिवाइटिस, पिंक आई, रेड आई भी कहते हैं वैसे आमतौर की भाषा में इसे आंखों का लाल होना बोलते हैं। आँखों में यह इन्फेक्शन कंजेक्टिवाइटिस की सूजन का कारण बनता है। कंजेक्टिवाइटिस किलियर लेयर होती है जो आंख के सफेद भाग और पलकों की आंतरिक परत को कवर करती है। इसमें आंखों के सफेद हिस्से में इंफेक्शन फैल जाता है। इससे पेशेंट को देखने में काफी परेशानी होती है। इंफेक्शन पैदा करने वाले वायरस की वजह से किसी को भी हो सकता है। मॉनसून में कम टेंपरेचर, हाय ह्यूमिडिटी की वजह से लोग बैक्टीरिया, वायरस और एलर्जी के कांटेक्ट में आते हैं। यही एलर्जी क्रिएशन और आई इनफेक्शन जैसे कंजेक्टिवाइटिस का कारण बनता है|
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वैसे तो आई फ्लू की बीमारी किसी को भी हो सकता है। लेकिन बच्चों, एलर्जी पेशेंट, बुजुर्ग और वीक इम्यूनिटी वाले लोगों में इस बीमारी का फैलने का ज्यादा रिस्क होता है। आंखों में खुजली या सूजन होने का मतलब है कि कंजेक्टिवाइटिस है। इस कंडीशन में बार बार आंखों में हाथ लगाने से दूसरी आंख में भी इसके होने का रिस्क बढ़ जाता है। इसलिए हाथों से रगड़ना या छूना नहीं चाहे चाहिए|
आँखों में आँखें मिलाकर देखने से भी क्या यह बीमारी फैलती है ?
जब किसी भी व्यक्ति को कंजेक्टिवाइटिस होता है तो कुछ लोग कहते हैं कि जिस व्यक्ति को होता है उसकी आंखों में देखने वाले को भी यह बीमारी हो जाता है। जबकि ऐसा बिल्कुल नहीं है। यह इंफेक्शन किसी की भी आंख में देखने से नहीं होता। बल्कि यह फ्लो डायरेक्ट कांटेक्ट में आने के बाद ही फैलता है। जैसे अगर आप किसी कंजेक्टिवाइटिस पेशेंट के मेकअप,काजल, आई लाइनर, टावल यूज करते है, तो इस इंफेक्शन के होने के चांसेस बढ़ जाते हैं|
आई फ्लू से आँखों का बचाव कैसे करें ?
- आंखों को बार-बार ना चूहे और ना ही रगड़े।
- आंखों से पानी निकले तो उसे साफ टिशू पेपर या रुमाल से पूछ ले।
- दिन में दो-तीन बार गर्म रुमाल से आँखों की सिकाई करें।
- आंखों में किसी दूसरे का इस्तेमाल किया हुआ मेकअप ना लगाए।
- साफ पानी से दिन में तीन चार बार आंखों में सीटी मारे।
- कांटेक्ट लेंस लगाने से बचें।
- पब्लिक प्लेस और स्विमिंग पूल पर जाने से बचे
- दिन में एक बार आंखों में गुलाब जल की दो दो बूंदे डालें।
नोट – आँखों में परेशानी होने पर खुद इलाज ना करें बल्कि नजदीकी डॉक्टर को दिखाए|
आई फ्लू वाले पेशेंट को क्या सावधानी बरतनी चाहिए
- पेशेंट को आइसोलेट रखें।
- उसकी टॉवल और पिलो अलग रखें।
- उसे 3 से 5 दिन तक घर में ही रहने को कहें।
- आंखों से छूने से बचाने के लिए चश्मा लगाए रहे।
- साफ सफाई का पूरा ध्यान रखें।
आई फ्लू होने के लक्षण
- लाल पन
- सूजन
- खुजली
- जलन
- पानी बहना
- पलके चिपक जाना
- दर्द
नोट:- आंखों में यदि यह सब लक्षण नजर आते है, तो आप तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
आई फ्लू कितने दिन में ठीक हो जाता है
वैसे तो आई फ्लू कुछ ही दिनों में ठीक हो जाता है। लेकिन अगर सीरियस कंडीशन होने पर इस बीमारी को छूटने के लिए 10 से 14 दिन या फिर एक महीना भी लग सकता है|
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